समझे क्रिप्टो करेंसी कैसे काम करती हैं , एक मजेदार कहानी के माध्यम से | Best Example to learn Cryptocurrency working |

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आइए एक छोटी सी फिल्मी कहानी से क्रिप्टो करेंसी कैसे कार्य करती है यह समझते हैं

हेरा फेरी फिल्म के इन किरदारों से आप अवश्य परिचित होंगे ।

मान लीजिए इन किरदारों के पास  विशेष प्रकार के कुल 10 सिक्के हैं। 

जिनमें 5 सिक्के राजू के पास 3 सिक्के बाबू भैया के पास और 2 सिक्के श्याम के पास है। 

इन सिक्कों के हर ट्रांजैक्शन की जानकारी एक वही खाते में दर्ज होती है । 

कचरा सेठ एक ऐसा व्यक्ति है जो इस वही खाते की जांच करता है और सही पाए जाने पर सिक्कों के ट्रांजैक्शन को अप्रूव करता है और गलत पाए जाने पर उस ट्रांजैक्शन को कैंसिल कर देता है। 

कचरा सेठ इसे सही पाए जाने पर अप्रूव कर देता है और यह जानकारी वही खाते में हमेशा के लिए दर्ज हो जाती है। यह जानकारी इंक्रिप्टेड फॉर्मेट में दर्ज होती है। जिसमें राजू बाबू भैया या श्याम के नामों की जगह उनके वॉलेट ऐड्रेस दर्ज होते हैं। 

दूसरे सीन में जब राजू बाबू भैया को दो सिक्के देता है तो इस ट्रांजैक्शन की एंट्री वही खाते में दर्ज होने के लिए आती है । अब कचरा सेठ वही खाते की पुरानी एंट्री चेक करता है और देखता है कि वास्तव में राजू के वॉलेट में 2 सिक्के हैं या नहीं। सही पाए जाने पर कचरा सेठ इसे वेरीफाई और अप्रूव कर देता है। 

तीसरे सीन में बाबू भैया श्याम को 4 सिक्के दे देते हैं तो अब राजू के पास तीन बाबू भैया के पास एक और श्याम के पास 6 सिक्के बचे। 

इन सभी ट्रांजैक्शन को कचरा सेठ ने वेरीफाई कर दिया क्योंकि यह सभी ट्रांजैक्शन पूर्व में किए हुए  लेन देन से मेल खा रहे थे और सही थे। 

अब राजू के मन में लालच आ गया और राजू ने दो नकली सिक्के तैयार किए अब राजू के पास में 5 सिक्के हो गए राजू इन पांचों सिक्कों को तोतला सेठ को देना चाहता है। 

जब यह ट्रांजैक्शन वही खाते में दर्ज होने जाते हैं तब कचरा सेठ यह चेक करता है कि राजू के पास तो सिर्फ तीन ही सिक्के थे यह दो नए सिक्के कहां से आ गए इन दो नए सिक्कों का तो पहले किसी ट्रांजैक्शन में अस्तित्व नहीं था। 

अर्थात राजू ने कहीं ना कहीं बेईमानी करके इन दो सिक्कों का निर्माण किया है। 

कचरा सेठ इस ट्रांजैक्शन को रिजेक्ट कर देता है और यह ट्रांजैक्शन वही खाते में रिकॉर्ड नहीं होता। 

जिस प्रकार इस कहानी के उदाहरण में एक बहीखाता बताया गया है ठीक उसी प्रकार क्रिप्टो करेंसी में एक बहुत विशाल ओपन लेजर या बहीखाता होता है जिसमें क्रिप्टो करेंसी के सारे ट्रांजैक्शन दर्ज होते हैं। 

जैसे की कहानी में कचरा सेठ पूर्व के सारे ट्रांजैक्शन ओं को चेक करता है ठीक उसी प्रकार क्रिप्टो करेंसी में पुराने ट्रांजैक्शन ओं को माइनर चेक करते हैं और सही जाए पाए जाने पर उसे अप्रूव करते हैं। 

किसी माइनर से अप्रूव होने के बाद ही वह ट्रांजैक्शन उस वही खाते में दर्ज होता है। 

इस प्रकार बहुत सारे ट्रांजैक्शनो से मिलकर ट्रांजैक्शन ओं का एक ब्लॉक तैयार होता है। 

कंप्यूटर सर्वर पर यह ब्लॉक एक दूसरे ब्लॉक से जुड़ते चले जाते हैं हर दूसरा ब्लॉक पिछले ब्लॉक से संबंध रखता है और इस प्रकार ब्लॉक की एक चेन तैयार हो जाती है जिसे ब्लॉकचेन कहते हैं। 

अब सवाल उठता है कि यदि कचरा सेठ या किसी हैकर ने बहीखाते की किसी एंट्री के साथ कोई छेड़छाड़ कर दी तब क्या होगा? 

मान लीजिए हैकर ने बहीखाता में राजू के नाम से दो सिक्के बढ़ा के दर्ज कर दिए। और कचरा सेठ ने भी इसको अप्रूव कर दिया। 

क्योंकि यह बहीखाता बहुत से कंप्यूटर सरवर के ऊपर दर्ज होता है इसीलिए किसी एक सरवर में की गई छेड़छाड़ से बाकी सरवर के डाटा पर कोई असर नहीं होता। 

तो जब किसी दूसरे सरवर मैं दर्ज एंट्री से ट्रांजैक्शन को चेक किया जाएगा तो इस छेड़छाड़ का पता चल जाएगा। 

इस वजह से क्रिप्टो करेंसी मैं नकली फेक करंसी का निर्माण और हैकिंग नहीं किया जा सकता। यह एक अत्यधिक सुरक्षित तकनीक है।